
तेरे उस सफ़ेद कोहरे ने ही तो निखारी थी मेरी मोहब्बत
वो गलियाँ याद हैं; तेरी सर्द सर्दी में गुल्फ़ाम होना भी याद है
तेरे उस सफ़ेद कोहरे ने ही तो निखारी थी मेरी मोहब्बत
वो गलियाँ याद हैं; तेरी सर्द सर्दी में गुल्फ़ाम होना भी याद है
और याद है मेरी बेवफ़ाई; वो गलियाँ रूठ गयीं, वो कोहरा बिखर गया
👌👌
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