वो कोहरा

तेरे उस सफ़ेद कोहरे ने ही तो निखारी थी मेरी मोहब्बत

वो गलियाँ याद हैं; तेरी सर्द सर्दी में गुल्फ़ाम होना भी याद है

तेरे उस सफ़ेद कोहरे ने ही तो निखारी थी मेरी मोहब्बत

वो गलियाँ याद हैं; तेरी सर्द सर्दी में गुल्फ़ाम होना भी याद है

और याद है मेरी बेवफ़ाई; वो गलियाँ रूठ गयीं, वो कोहरा बिखर गया

Published by Gaurav

And one day, it flowed, and rescued me!

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